Grammar in Hindi

मीनिंग

इंग्लिश ग्रामर मूल रूप से इंग्लिश में लिखने और बोलने के रूल्स (नियमों) का सेट (संग्रह ) है | ये सेट ऑफ़ रूल्स सामान्यतः डिफरेंट पार्ट्स ऑफ़ स्पीच, टेन्सेस, इत्यादि जैसे टॉपिक्स (विषयों ) को रखते हैं | एक सेंटेंस ग्रामर की दृष्टि से तभी सही होता है जब ये सेट ऑफ़ रूल्स सही ढंग से काम में लिए जाते हैं | इंग्लिश ग्रामर को और अच्छी तरह से समझने के लिए आप Multibhashi App का प्रयोग कर सकते हैं | ग्रामर हमारी सही सेंटेंस बनाने में मदद करता है | उदाहरण के लिए, यदि एक सेंटेंस हमें पास्ट(बीते हुए समय) में हुई घटनाओं के बारे में बता रहा है तो उसको लिखने के लिए अलग रूल्स होते हैं उनकी तुलना में जो हमें प्रेजेंट (अभी का समय ) या फ्यूचर (आने वाला समय ) में हुई घटनाओं के बारे में बताते हैं |

महत्वपूर्ण टॉपिक्स :-

इंग्लिश ग्रामर को सीखने के लिए, हमें कुछ महत्वपूर्ण टॉपिक्स की सही ढंग से समझ होनी चाहिए जैसे कि:
Topic
Explanation
Examples
नाउन मूल रूप से संसार के सभी जीवित और निर्जीव वस्तुओं का नाम है | कोई भी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, जानवर इत्यादि नाउन्स में आते हैं | नाउन एकवचन साथ ही साथ बहुवचन हो सकता है| उदाहरण :girl, toys , इत्यादि नाउन्स भी जेंडर (लिंग) के आधार पर अलग अलग किये जा सकते हैं | ये मस्क्युलिन (पुल्लिंग), फेमिनिन (स्त्रीलिंग), कॉमन और न्यूटर (नपुंसक) होते हैं |
book, Annie, computer, cow, Delhi, इत्यादि |
इंग्लिश ग्रामर में, वर्ब्स मूल रूप से क्रिया शब्दों को बताते हैं जैसे कि sleeping, eating, crying, इत्यादि | हम जो भी कार्य करते हैं वो वर्ब माने जाते हैं | ये कार्य शारीरिक, मानसिक और कार्य होने कि स्तिथि से सम्बंधित हैं | वर्ब्स कई प्रकार कि होती हैं जैसे कि ट्रान्सिटिव , इनट्रान्सिटिव, डायनामिक, स्टेटिक, लिंकिंग, औरआग्ज़िल्यरी |
sleep, eat, cry, laugh, move, appear, is, इत्यादि |
कुछ शब्द नाउन के बारे में अतिरिक्त जानकारी देते हैं | इसका मतलब वे नाउन्सके बारे में और अच्छी तरह बताते हैं | यह शब्द एडजेक्टिव कहलाते हैं | उदाहरण के लिए, I have a black dress. यहाँ, “black” ड्रेस किस रंग कि है यह बता रहा है , इसलिए “black” एक एडजेक्टिव है | एडजेक्टिव इंग्लिश ग्रामर का बहुत महत्वपूर्ण चैप्टर है |
black, big, dear, angry, far, इत्यादि |
 ऐडवर्ब्स एडजेक्टिव की तरह ही और अधिक जानकारी देने वाले शब्द हैं लेकिन मूल अंतर यह है कि ऐडवर्ब्स मुख्यतः वर्ब्स (क्रिया ) के बारे में अधिक जानकारी देते हैं | उदाहरण के लिए, “She speaks loudly “. यहाँ, “loudly ” शब्द जिस तरह से क्रिया “speak ” को किया जा रहा है उसके बारे में बता रहा है , इसलिए loudly एक एडवर्ब है|
slowly, angrily, carelessly, fast, इत्यादि |
Preposition
किसी भी सेंटेंस में जब कभी एक नाउन या प्रोनाउन एक वर्ब या एक एडजेक्टिव से जुड़े होते हैं तो जोड़ने वाले शब्दों को प्रपोज़िशन्स कहते हैं | प्रपोज़िशन्स नाउन या प्रोनाउन और वर्ब या एडजेक्टिव को जोड़ने का काम करते हैं | उदाहरण :”Tina went swims in the pool”. यहाँ,‘swims’ एक वर्ब है और “pool” एक नाउन है और दोनों प्रपोज़िशन ‘in’ के द्वारा जुड़े हुए हैं |
on, in, under, before, after, इत्यादि |
Punctuations
सेंटेंस, फ्रेजेज या क्लॉज़ेज़ को एक दूसरे से अलग करने के लिए, जिससे कि वे और अधिक सार्थक और विशेष हो सकें , कुछ निशान उनके बीच में काम में लिए जाते हैं | ये सेट ऑफ़ मार्क्स पंक्चुएशन मार्क्स की तरह जाने जाते हैं | उदाहरण: Where did you go? यहाँ, सेंटेंस प्रश्नवाचक रूप में है | इसलिए, ‘?’ चिन्ह काम में लिया गया है | बिना पंक्चुएशन वाले सेंटेंस गलत मीनिंग दर्शा सकते हैं |
comma (,), full stop (.), question mark (?), exclamatory mark (!), इत्यादि |
Modal Verbs
कुछ सेन्टेन्सेस में वर्ब्स विशेष रूप से विशेष तरह के व्यवहार को दर्शाती हैं | यह व्यवहार कुछ इस तरह के हो सकते हैं जैसे निश्चित रूप से, इच्छा, निश्चय ,ज़रूरत, एहसान, संभावना  इत्यादि| उदाहरण :-“Rahul may come tomorrow .” यहाँ, शब्द “may ” एक तरह की संभावना को दिखा रहा है | इसलिए, यह एक मॉडल वर्ब है|
Might, will, would, could, should, ought, must, may, इत्यादि |
टेन्सेस ऑफ़ वर्ब्स मूल रूप से उस समय को बताते हैं जिसमें कार्य हो रहा है | यह पहले भी ख़तम हो चुका हो सकता है | यह अभी भी हो रहा हो सकता है |यह बाद में भी हो सकता है | मुख्य रूप से English ग्रामर में तीन प्रकार के टेन्सेस ऑफ़ वर्ब्स होते हैं |
उदाहरण: “Ali went to school.” यहाँ, सेंटेंस पास्ट टेंस (भूत काल ) में है क्योंकि “went ” पास्ट टेंस  वर्ब है |
उदाहरण:”Ali is going to school.” यहाँ, सेंटेंस प्रेजेंट टेंस (वर्तमान काल ) में है क्योंकि ‘going ‘ प्रेजेंट टेंस वर्ब है |
उदाहरण: ” Ali will go to school.” यहाँ, सेंटेंस फ्यूचर टेंस (भविष्य काल) में है क्योंकि ‘will go’ एक फ्यूचर टेंस वर्ब है |
Past tense, Present tense and Future tense
Active and Passive Voice
जब एक सेंटेंस उससे शुरू होता है जो कार्य को कर रहा होता है, जो कि सब्जेक्ट (कर्त्ता) है ,  तो वह सेंटेंस एक्टिव वॉइस में कहा जाता है | उदाहरण: ” I washed my clothes. ” तथापि, यदि सेंटेंस उससे शुरू होता है जो कि कार्य से प्रभावित हो रहे हैं , जो कि ऑब्जेक्ट (वस्तु) है , तो वह पैसिव वॉइस में कहा जाता है | उदाहरण के लिए: ”   The clothes were washed by me.”      
Active voice: Hema is writing a story. Passive voice: A story is being written by Hema.
Direct and Indirect Speech
जब जैसा बोला जाता है बिलकुल वैसे ही शब्द सेंटेंस में लिखे जाते हैं तब वह डायरेक्ट स्पीच कहलाती है | बोले जाने वाले शब्द डबल इनवर्टेड कॉमा (“  “) में लिखे जाते हैं जिससे कि उनको बदला न जा सके | इसके विपरीत,इनडायरेक्ट स्पीच में वर्ड्स जैसे बोले जाते हैं वैसे नहीं लिखे जाते | इसलिए, यह पास्ट में किया हुआ माना जाता है | इसलिए, टेंस बदल जाता है | इनडायरेक्ट स्पीच में डबल इनवर्टेड कॉमा कि जगह कंजक्शन “that ” काम में लिया जाता है |               
Direct speech:
Sita said, I am going to school”
Indirect speech: Sita said that she was going to school
 

सामान्य  ग्रमैटिकल गलतियाँ

Error
Example
Explanation
एपॉस्ट्रॉफ़ी  और “its” को एक जैसा समझने की गलती
गलत:  The dog was wagging it’s tail.
सही :  The dog was wagging its tail.
“It’s” का मतलब है “it is ” जबकि “its”मतलब उससे सम्बंधित | दिए गए वाक्य में , टेल डॉग से सम्बन्ध रखती है| इसलिए, “its “काम में आएगा “it’s” की बजाय |“
  गलत शब्दों का प्रयोग
गलत: Anu excepted the job offer.
सही : Anu accepted the job offer.
“excepted” मतलब विभाग को छोड़कर है , जबकि ” “accepted ” मतलब स्वीकार किया जाता है | यहाँ, “excepted”का वाक्य में कोई मतलब नहीं निकलता है|
 Did” का गलत प्रयोग 
गलत: Did you played with Amit?
सही  : Did you play with Amit?
“Did” पहले से ही पास्ट टेंस में है | यहाँ, वर्ब प्रेजेंट टेंस में काम में लेनी चाहिए | इसलिए, “ play” सही है |
 

इंग्लिश ग्रामर सीखने की टिप्स :

 
  • सीखें संरचित ढंग से : सबसे बेसिक कांसेप्ट से सीखना शुरू करें जैसे कि ” कैसे एक आसान सेंटेंस बनाएँ” और उसके बाद आगे के कॉन्सेप्ट्स पर जाएँ | यह वाला कांसेप्ट इतनी अच्छी तरह से करने कि कोशिश करें कि आपको उसके लिए जूनून सवार हो जाये | जितने हो सके उतने उदहारण इसके ऊपर बनाएँ और एक बार जब आप पूरी तरह से कॉंफिडेंट हो जाएँ , तब अगले वाले कांसेप्ट पर जाएँ |
  • रोजाना लिखें: नियमित रूप से प्रीतिदिन एक पैराग्राफ लिख़ने का नियम रखें | यह सम्बंधित हो सकता है जो आपने उस दिन किया उससे या एक काल्पनिक कहानी से , इत्यादि लकिन आपको रोजाना अपने खुद के विचार लिखने चाहिए और उसके साथ शेयर करने चाहिए जिसको आपको लगता कि अच्छी इंग्लिश आती है | यह व्यक्ति आपके द्वारा की गयी ग्रमैटिकल गलतियों के बारे में आपको बता सकता है और तब आप उनको सही करने पर कार्य कर सकते हैं |
  • बहुत ज्यादा पढ़ें : प्रीतिदिन अपनेआपको कुछ अच्छी पढ़ने की क्रियाओं में शामिल करें और निश्चित करें की आप कम्पोज़िशन्स में काम आये व्याकरण नियमों पर ध्यान दें | उदहारण के लिए : भले ही आप एक न्यूज़ आर्टिकल पढ़ रहे हैं ,तो ध्यान दें की सेंटेंस एक्टिव वॉइस में है या पैसिव वॉइस में; यह प्रेजेंट टेंस में है या पास्ट में | इस तरह से , आप अपने खुद के कम्पोज़िशन्स लिखने को सुधार लेंगे जो कि इंग्लिश ग्रामर को समझने में मदद करता है |